in Patthar – Sher लोग मुन्तज़िर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें.. और हम थे कि सहते-सहते पत्थर के हो गए….
in Aankhe – Sher मोहब्बत लेके आँखों में वो तेरा देखना तौबा मैं तेरी नज़रो पे जमी नज़रे हटाना भूल जाता हूँ……
in Muskurahat – Sher तू रूठी रूठी सी लगती है, कोई तरकीब बता मनाने की मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूं, तू क़ीमत तो बता...
in Bewafai – Sher अब किसी और से मुहब्बत कर लू तो शिकायत मत करना…।। ये बेवफाई की बुरी आदत भी मुझे तुम्ही से...
in Dil Ka Rasta – Sher नही छोड़ी कमी किसी भी रिश्ते में हमने कभी आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया, और जाने वाले...
in Aansu – Sher जरा सी बात देर तक रुलाती रही, खुशी में भी आँखे आँसू बहाती रही, कोइ मिल के खो गया तो...
in Bimari-e-dil – Mir Taqi Mir उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया, देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया।