कौन किसे दिल में जगह देता है,
पेड़ भी अपने सूखे पत्ते गिरा देता है,
वाक़िफ़ हैं हम दुनिया के रिवाजों से,
जी भर जाए तो हर कोई भुला देता हैं।– सैड शायरी

कौन किसे दिल में जगह देता है,
पेड़ भी अपने सूखे पत्ते गिरा देता है,
वाक़िफ़ हैं हम दुनिया के रिवाजों से,
जी भर जाए तो हर कोई भुला देता हैं।– सैड शायरी