ऐ नए साल बता -उदासी शायरी
ऐ नए साल बता कि तुझमें नया क्या है,हर तरफ खल्क ने क्यूँ शोर मचा रखा है।
उदासी शायरी
By Admin
October 31, 2021
ऐ नए साल बता कि तुझमें नया क्या है,हर तरफ खल्क ने क्यूँ शोर मचा रखा है।
उदासी शायरी
तू हमसफ़र तू हमडगर तू हमराज नजर आता है,मेरी अधूरी सी जिंदगी का ख्वाब नजर आता है,कैसी उदास है जिंदगी... बिन तेरे... हर लम्हा,मेरे हर लम्हे में तेरी मौजूदगी का अहसास नजर आता है। -...
मौजूद थी उदासी( एडमिन द्वारा दिनाँक 14-10-2016 को प्रस्तुत )मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की,बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी। - उदासी शायरी
मुद्दत गुजर गई कि यह आलम है मुस्तक़िल,कोई सबब नहीं है मगर दिल उदास है। - उदासी शायरी
मत फेंक पानी में पत्थर,उसे भी कोई पीता होगा,मत रह यूँ उदास जिन्दगी में,तुम्हें देखकर कोई जीता होगा। उदासी शायरी
टूटे हुये सपनों औररूठे हुये अपनों ने उदास कर दिया,वरना लोग हमसेमुस्कराने का राज पूछा करते थे । उदासी शायरी
बताओ है कि नहीं( एडमिन द्वारा दिनाँक 09-10-2016 को प्रस्तुत )बताओ है कि नहीं मेरे ख्वाब झूठे,कि जब भी देखा तुझे अपने साथ देखा। - उदासी शायरी