गम ए दुनिया मिली – ग़म शायरी
दुनिया भी मिली गम-ए-दुनिया भी मिली है,
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से।- ग़म शायरी
By Admin
May 4, 2020
दुनिया भी मिली गम-ए-दुनिया भी मिली है,
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से।- ग़म शायरी
जीने का मतलब मैंने मोहब्बत में पा लिया,जिसका भी ग़म मिला उसे अपना बना लिया,आप रोकर भी ग़म न हल्का कर सके,मैंने हँसी की आढ़ में हर ग़म छुपा लिया। - ग़म शायरी
सख्त राहों में अब आसान सफर लगता है,अब अनजान ये सारा ही शहर लगता है,कोई नहीं है मेरा ज़िन्दगी की राह में,मेरा ये ग़म ही मेरा हमसफ़र लगता है। ग़म शायरी
उनकी एक नज़र को हम तरसते रहेंगे,ग़म के आँसू हर पल यूँ ही बरसते रहेंगे,कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ,बस यही सोच कर हम हँसते रहेंगे। - ग़म शायरी
ऐसे तो गम नहीं मिले( एडमिन द्वारा दिनाँक 11-07-2015 को प्रस्तुत )ऐसा नहीं के तेरे बाद अहल-ए-करम नहीं मिले,तुझ सा नहीं मिला कोई, लोग तो कम नहीं मिले,एक तेरी जुदाई के दर्द की बात और...
रोज एक नई तकलीफ रोज एक नया गम,ना जाने कब ऐलान होगा कि मर गए हम। - ग़म शायरी
दे गया ग़म मुझे तोहफे में मिला वो जब भी,मैंने एक शख्स को क्यूँ कर भला समझा अपना। ग़म शायरी