छेड़ आती हैं कभी -दो लाइन शायरी
छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों कोतुमने ज़ुल्फ़ों को बहुत सर पर चढा रखा है ।
दो लाइन शायरी
By Admin
October 31, 2021
छेड़ आती हैं कभी लब तो कभी रूखसारों कोतुमने ज़ुल्फ़ों को बहुत सर पर चढा रखा है ।
दो लाइन शायरी
दाद देते हैं तुम्हारे नजर-अंदाज करने के हुनर कोजिसने भी सिखाया वो उस्ताद कमाल का होगा। दो लाइन शायरी
थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी,मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे - । दो लाइन शायरी
मुझसे हर बार नज़रें( एडमिन द्वारा दिनाँक 06-07-2015 को प्रस्तुत )मुझसे हर बार नज़रें चुरा लेती है वो,मैंने कागज़ पर भी बना के देखी हैं आँखें उसकी । - दो लाइन शायरी
मुझसे छीनो न दिल की वीरानी,यह अमानत किसी अजनबी की है । - दो लाइन शायरी
शायरी ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर( एडमिन द्वारा दिनाँक 10-02-2016 को प्रस्तुत )ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की।आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,क्योंकी जिसकी जितनी...
वो मोहब्बत के सौदे( एडमिन द्वारा दिनाँक 30-06-2015 को प्रस्तुत )वो मोहब्बत के सौदे भी अजीब करता है,बस मुस्कुराता है और दिल खरीद लेता है । - दो लाइन शायरी