जीत ले जो दिल -दर्द शायरी
जीत ले जो दिल वो नजर हम भी रखते हैं,भीड़ में भी नजर आये वो असर हम भी रखते हैं,यूँ तो हमने किसी को मुस्कुराने को कसम दी है,वरना इन बदनसीब आँखों में समंदर हम भी रखते हैं।
दर्द शायरी
By Admin
October 31, 2021
जीत ले जो दिल वो नजर हम भी रखते हैं,भीड़ में भी नजर आये वो असर हम भी रखते हैं,यूँ तो हमने किसी को मुस्कुराने को कसम दी है,वरना इन बदनसीब आँखों में समंदर हम भी रखते हैं।
दर्द शायरी
मोहब्बत का घना बादल बना देता तो अच्छा था,मुझे तेरी आँख का काजल बना देता तो अच्छा था,तुझे पाने की ख्वाइश अब जीने नहीं देती,खुदा तू मुझे पागल बना देता तो अच्छा था। - दर्द...
ज़ख्मों की बहार( एडमिन द्वारा दिनाँक 29-10-2019 को प्रस्तुत )तुमने जो दिल के अँधेरे में जलाया था कभी,वो दिया आज भी सीने में जला रखा है,देख आ कर दहकते हुए ज़ख्मों की बहार,मैंने अब तक...
दर्द दिल में है( एडमिन द्वारा दिनाँक 28-01-2019 को प्रस्तुत )दर्द दिल में है मगरमिलते हैं हर एक से हँसकर,यही एक हुनर आया हैबहुत कुछ खोने के बाद। - दर्द शायरी
एक दर्द-ए-दिल था( एडमिन द्वारा दिनाँक 18-11-2017 को प्रस्तुत )बज़्म-ए-वफ़ा में हमारी गरीबी न पूछिये,एक दर्द-ए-दिल था वो भी किसी का दिया हुआ। - दर्द शायरी
दर्द का मज़ा( एडमिन द्वारा दिनाँक 07-10-2018 को प्रस्तुत )आदत के बाद दर्द भी देने लगा मज़ा,हँस-हँस के आह-आह किये जा रहा हूँ मैं।~ जिगर मुरादाबादी - दर्द शायरी
न आरजू है न उल्फत है न दर्द अब कोई,तुझे मुझसे शायद अब मोहब्बत भी न कोई। - दर्द शायरी