तेरी आशिक़ी के गुलाम -लव शायरी
तेरे शहर में आ कर बेनाम से हो गए,तेरी चाहत में अपनी मुस्कान ही खो गए,जो डूबे तेरी मोहब्बत में तो ऐसे डूबे,कि जैसे तेरी आशिक़ी के गुलाम ही हो गए।
लव शायरी
By Admin
October 31, 2021
तेरे शहर में आ कर बेनाम से हो गए,तेरी चाहत में अपनी मुस्कान ही खो गए,जो डूबे तेरी मोहब्बत में तो ऐसे डूबे,कि जैसे तेरी आशिक़ी के गुलाम ही हो गए।
लव शायरी
कभी क़रीब तो कभी( Admin द्वारा दिनाँक 22-08-2015 को प्रस्तुत )कभी क़रीब तो कभी दूर हो के रोते हैं,मोहब्बतों के भी मौसम अजीब होते हैं। - लव शायरी
अभी कमसिन हैं जिदें भी हैं निराली उनकी,इसपे मचले हैं हम कि दर्द-ए-जिगर देखेंगे। - लव शायरी
सावन की बूंदों में झलकती है उनकी तस्वीर,आज फिर भीग बैठे हैं उन्हें पाने की चाहत में। - लव शायरी
हमारी साँसें न रहें( राज महंत द्वारा दिनाँक 01-04-2017 को प्रस्तुत )उदास आपको देखने से पहले ये आँखे न रहें,खफा हो आप हमसे तो ये हमारी साँसें न रहें,अगर भूले से भी ग़म दिए हमने...
यूँ हर पल हमें सताया न कीजिये,यूँ हमारे दिल को तड़पाया न कीजिये,क्या पता कल हम हों न हों इस जहॉ में,यूँ नजरें हमसे आप चुराया न कीजिये। - लव शायरी
अपने दिल की बात शायरी( एडमिन द्वारा दिनाँक 28-12-2015 को प्रस्तुत )अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते,बिन कहे भी जी नहीं सकते,ऐ खुदा...ऐसी तकदीर बना,कि वो खुद हम से आकर कहे किहम आपके...