तेरी यादों को लेकर -याद शायरी
एक अजीब सी जंग छिड़ी है तेरी यादों को लेकर,आँखे कहती हैं सोने दे - दिल कहता है रोने दे।
याद शायरी
By Admin
October 31, 2021
एक अजीब सी जंग छिड़ी है तेरी यादों को लेकर,आँखे कहती हैं सोने दे - दिल कहता है रोने दे।
याद शायरी
मेरे क़ाबू में न पहरों दिले-नाशाद आया,वो मेरा भूलने वाला जो मुझे याद आया। याद शायरी
यादें उनकी ही आती है( प्रियंका शर्मा द्वारा दिनाँक 19-06-2015 को प्रस्तुत )यादें उनकी ही आती है,जिनसे कोई ताल्लुक हो,हर शख्श मौहब्बत की,नज़र से देखा नहीं जाता । - याद शायरी
फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें,फिर तेरी याद में जलने के जमाने आ गए। याद शायरी
जाने उस शख्स को( पंकज कुमार द्वारा दिनाँक 05-07-2015 को प्रस्तुत )जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,रात होती है तो आँखों में उतर आता है ।मैं उस के खयालो से बच के...
ना चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है ।ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है । याद शायरी
जहाँ भूली हुई यादें दामन थाम लें दिल का, वहां से अजनबी बन कर गुज़र जाना ही अच्छा है। - याद शायरी