तेरे इंतजार में -इंतज़ार शायरी
तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,तू एक नज़र हम को देख ले बस,इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
इंतज़ार शायरी
By Admin
October 31, 2021
तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,तू एक नज़र हम को देख ले बस,इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
इंतज़ार शायरी
उस इश्क़ की आग मेरे दिल को आज भी जलाया करती है,जुदा हुए तो क्या हुआ ये आँख आज भी उनका इंतज़ार करती है। - इंतज़ार शायरी
तुझे देखने को( एडमिन द्वारा दिनाँक 21-10-2016 को प्रस्तुत )तू मुझे याद करे न करे तेरी ख़ुशी,हम तो तुझे याद करते रहते हैं,तुझे देखने को दिल तरसता रहता है,और हम इंतज़ार करते रहते हैं। -...
कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर,वो मिले भी तो एक किनारा बनकर,हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह,बस एक इंतज़ार है साथ सहारा बनकर। इंतज़ार शायरी
कोई शाम आती है आपकी याद लेकर,कोई शाम जाती है आपकी याद देकर,हमें तो इंतज़ार है उस हसीन शाम का,जो आये कभी आपको अपने साथ लेकर। इंतज़ार शायरी
अब तो आ जाइये( विशाल बाबू द्वारा दिनाँक 06-10-2017 को प्रस्तुत )शाम है बुझी बुझी वक्त है खफा खफा,कुछ हंसीं यादें हैं कुछ भरी सी आँखें हैं,कह रही है मेरी ये तरसती नजर,अब तो आ...
शाम है बुझी बुझी वक्त है खफा खफा,कुछ हंसीं यादें हैं कुछ भरी सी आँखें हैं,कह रही है मेरी ये तरसती नजर,अब तो आ जाइये अब न तड़पाइये। - इंतज़ार शायरी