दुनिया में ऐसा क्यों -शिक़वा शायरी
जाने दुनिया में ऐसा क्यों होता है,जो सबको खुशी दे वही क्यों रोता है,उम्र भर जो साथ न दे सके,वही ज़िन्दगी का पहला प्यार क्यों होता है?
शिक़वा शायरी
By Admin
October 31, 2021
जाने दुनिया में ऐसा क्यों होता है,जो सबको खुशी दे वही क्यों रोता है,उम्र भर जो साथ न दे सके,वही ज़िन्दगी का पहला प्यार क्यों होता है?
शिक़वा शायरी
मैं क़ाबिल-ए-नफ़रत हूँ तो छोड़ दो मुझको,यूं मुझसे दिखावे की मोहब्बत ना किया करो। - शिक़वा शायरी
मैं क़ाबिल-ए-नफ़रत हूँ तो छोड़ दो मुझको,यूं मुझसे दिखावे की मोहब्बत ना किया करो। शिक़वा शायरी
फुर्सत मिले जब भी तो रंजिशे भुला देना,कौन जाने साँसों की मोहलतें कहाँ तक हैं। शिक़वा शायरी
मेरी खामोशियों में भी कोई फसाना ढुंढ लेती है,बड़ी शातिर है ये दुनिया...सताने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ लेती है l - शिक़वा शायरी
सुहाना मौसम और हवा( एडमिन द्वारा दिनाँक 10-10-2015 को प्रस्तुत )सुहाना मौसम और हवा में नमी होगी,आँसुओं की बहती नदी न थमी होगी,मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे,जब आपके पास वक़्त औरहमारे पास साँसों...
कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं,अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं,माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का,आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं..!! शिक़वा शायरी