बहुत चाहा उसको -सैड शायरी
बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,ख्यालों में किसी और को हम ला न सके,उसको देखकर आँसू तो पोंछ लिए,लेकिन किसी और को देखकर हम मुस्कुरा न सके।
सैड शायरी
By Admin
October 31, 2021
बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,ख्यालों में किसी और को हम ला न सके,उसको देखकर आँसू तो पोंछ लिए,लेकिन किसी और को देखकर हम मुस्कुरा न सके।
सैड शायरी
तो रिवायत होगी( मोनू राज द्वारा दिनाँक 26-12-2016 को प्रस्तुत )तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी,ये तो बेवफा लोगों की दुनिया है,तुम अगर भूल भी जाओ तो रिवायत...
मुझ से नाराज़ है( एडमिन द्वारा दिनाँक 25-03-2015 को प्रस्तुत )मुझ से नाराज़ है तो छोड़ दे तन्हा मुझको,ऐ ज़िन्दगी...मुझे रोज़ रोज़ तमाशा न बनाया कर। - सैड शायरी
ज़िद मत किया करो मेरी दास्तान सुनने की,मैं हँस कर कहूँगा तो भी तुम रोने लगोगे...। - सैड शायरी
इस दिल से दूर वो कभी जाते भी नहीं हैं,हकीकत में वो हमें चाहते भी नहीं हैं,औरों के लिए तो वो रोते हैं रात भर,हमारे लिए तो वो कभी मुस्कुराते भी नहीं हैं। - सैड...
नाराज़ क्यों होते हो?चले जाएंगे तुम्हारी महफ़िल से,लेकिन पहले मुझे मेरे दिल केटुकड़े तो उठा लेने दो। - सैड शायरी
हमने तिनके चुने( अमीरुल हक़ द्वारा दिनाँक 19-12-2017 को प्रस्तुत )इश्क़ को या खुदा क्यों नजर लग गई,यूँ लगे मेरी हर दुआ बेअसर हो गई,हमने तिनके चुने आशियाँ के लिए,जाने कैसे आँधियों को खबर हो...