बेहिसाब दोस्ती -दोस्ती शायरी
मेरी दोस्ती का हिसाब जो लगाओगेतो मेरी दोस्ती को बेहिसाब पाओगे,पानी के बुलबुलों की तरह है हमारी दोस्ती,अगर जरा सी ठेस पहुँची तो ढूंढ़ते रह जाओगे।
दोस्ती शायरी
By Admin
October 31, 2021
मेरी दोस्ती का हिसाब जो लगाओगेतो मेरी दोस्ती को बेहिसाब पाओगे,पानी के बुलबुलों की तरह है हमारी दोस्ती,अगर जरा सी ठेस पहुँची तो ढूंढ़ते रह जाओगे।
दोस्ती शायरी
नन्हे से दिल में अरमान कोई रखना,दुनिया की भीड़ में पहचान कोई रखना,अच्छे नहीं लगते जब तुम रहते हो उदास,अपने होठों पे सदा मुस्कान कोई रखना। - दोस्ती शायरी
वादा करते हैं आपसे हमेशा दोस्ती निभाएंगे,कोशिश यही रहेगी आपको नहीं सतायेंगे,जरुरत कभी पड़े तो दिल से पुकार लेना,किसी और के दिल में होंगे तो भी चले आएंगे। - दोस्ती शायरी
दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना,हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना,हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है,हम खुश रहें या ना आप यूँ ही मुस्कुराते रहना। दोस्ती शायरी
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है । दोस्ती शायरी
दोस्त तेरा सहारा है( अनूप रत्न द्वारा दिनाँक 31-07-2018 को प्रस्तुत )ज़िंदगी के सागर का एक ही किनारा है,ये किनारा सब किनारों से प्यारा है,तू मुझसे कभी मत रूठना ऐ मेरे दोस्त,मुझे इस दुनिया में...
जब हम न हों( देव द्वारा दिनाँक 08-05-2017 को प्रस्तुत )बातें ऐसी करो कि जज्बात कम न हों,ख़यालात ऐसे रखो कि कभी ग़म न हो, दिल में अपनी इतनी जगह देना हमें दोस्त,कि खाली खाली...