मुझ जैसा इश्क़ करता कोई – इश्क़ शायरी
एक ख़लिश सी रह गयी दिल में,
मुझ जैसा इश्क़ करता,
मुझ से भी कोई!~अनिल कुमार साहू- इश्क़ शायरी
By Admin
May 4, 2020
एक ख़लिश सी रह गयी दिल में,
मुझ जैसा इश्क़ करता,
मुझ से भी कोई!~अनिल कुमार साहू- इश्क़ शायरी
इश्क है वही जो हो एक तरफा,इजहार-ए-इश्क तो ख्वाहिश बन जाती है,है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ,जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है। इश्क़ शायरी
मेरी रूह गुलाम हो गई है, तेरे इश्क़ में शायद,वरना यूँ छटपटाना, मेरी आदत तो ना थी । - इश्क़ शायरी
खतम हो गई कहानी( Admin द्वारा दिनाँक 10-08-2015 को प्रस्तुत )खतम हो गई कहानी,बस कुछ अलफाज बाकी हैं,एक अधूरे इश्क कीएक मुकम्मल सी याद बाकी है। - इश्क़ शायरी
खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं,दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं । इश्क़ शायरी
इश्क़ गुनाह है( एडमिन द्वारा दिनाँक 21-10-2016 को प्रस्तुत )अगर इश्क़ गुनाह है तो गुनाहगार है खुदा,जिसने बनाया दिल किसी पर आने के लिए। - इश्क़ शायरी
जिसे भी देखा रोते हुए( एडमिन द्वारा दिनाँक 04-02-2015 को प्रस्तुत )जिसे भी देखा रोते हुए पाया मैंनेमुझे तो ये मोहब्बत...किसी फ़कीर की बददुया लगती है । - इश्क़ शायरी