मेरी फितरत – एटीट्यूड शायरी – एटीट्यूड शायरी
मेरी फितरत
मैं एक संजीदा साहिल हूँ,
मुझे मौजों से क्या मतलब,
कई तूफ़ान आये पर,
मेरी फितरत नहीं बदली।- एटीट्यूड शायरी
By Admin
February 27, 2022
मेरी फितरत
( एडमिन द्वारा दिनाँक 03-02-2019 को प्रस्तुत )
मैं एक संजीदा साहिल हूँ,
मुझे मौजों से क्या मतलब,
कई तूफ़ान आये पर,
मेरी फितरत नहीं बदली।- एटीट्यूड शायरी
जरा सा बिगड़ जाएं( एडमिन द्वारा दिनाँक 13-12-2017 को प्रस्तुत )हमारी सादगी ही गुमनाम रखती है हमें,जरा सा बिगड़ जाएं तो मशहूर हो जाएं। - एटीट्यूड शायरी
जो दिल को अच्छा लगता हैउसी को दोस्त कहता हूँ,मुनाफ़ा देखकर रिश्तों कीसियासत मैं नहीं करता। एटीट्यूड शायरी
अगर तेवर न दिखाओ( एडमिन द्वारा दिनाँक 28-01-2019 को प्रस्तुत )तेवर न दिखाओ तो लोग आँख दिखाने लग जाते हैं।-------------------------------------हम जैसे इतिहास रचते हैं तेरे जैसे पढ़ते हैं।-------------------------------------हम अपना इक्का तभी दिखाते हैं जब सामने...
दिलों से खेलना( लोकेन्द्र बरखने द्वारा दिनाँक 16-05-2017 को प्रस्तुत )दिलों से खेलना हमें भी आता है परजिस खेल मेंखिलौना टूट जाए, वो खेल हमें पसंदनही..! - एटीट्यूड शायरी
जिद तो उसकी है( एडमिन द्वारा दिनाँक 13-12-2017 को प्रस्तुत )मिल जाए आसानी से उसकी ख्वाहिश किसे है,जिद तो उसकी है जो मुक़द्दर में ही नहीं है। - एटीट्यूड शायरी
थोड़ी खुद्दारी भी लाजिमी थी दोस्तो,उसने हाथ छुड़ाया तो हमने छोड़ दिया। एटीट्यूड शायरी