ये इश्क़ की इन्तहा -इश्क़ शायरी
दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी,तूने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,ये इश्क़ की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,हर सूरत में सूरत तेरी नजर आने लगी।
इश्क़ शायरी
By Admin
October 31, 2021
दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी,तूने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,ये इश्क़ की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,हर सूरत में सूरत तेरी नजर आने लगी।
इश्क़ शायरी
इश्क़ की गलियों में( एडमिन द्वारा दिनाँक 05-11-2018 को प्रस्तुत )भटक जाते हैं लोग अक्सरइश्क़ की गलियों में,इस सफर का कोई इकनक्शा तो होना चाहिए। - इश्क़ शायरी
इक बात कहूँ इश्क़ बुरा तो नहीं मानोगे,बड़ी मौज के थे दिन, तुमसे पहचान से पहले। इश्क़ शायरी
किया इश्क़ ने मेरा हाल कुछ ऐसा,ना अपनी है खबर ना दिल का पता है,कसूरवार था मेरा ये दौर-ए-जवानी,मैं समझता रहा सनम की खता है। - इश्क़ शायरी
इश्क़ की पहचान( एडमिन द्वारा दिनाँक 11-12-2017 को प्रस्तुत )सिर्फ सितारों में ही होती मोहब्बत अगर,तो इन अल्फाजों को खूबसूरती कौन देता,बस पत्थर बनकर रह जाता ताजमहल,अगर इश्क़ इसे अपनी पहचान ना देता। - इश्क़...
उसी से पूछ लो( गौरव सिंह पटेल द्वारा दिनाँक 05-04-2017 को प्रस्तुत )उसी से पूछ लो उसके इश्क की कीमत,हम तो बस भरोसे पे बिक गए। - इश्क़ शायरी
तेरा मेरा इश्क है( एडमिन द्वारा दिनाँक 04-10-2015 को प्रस्तुत )तेरा मेरा इश्क है ज़माने से कुछ जुदाएक तुम्हारी कहानी है लफ्जों से भरीएक मेरा किस्सा है ख़ामोशी से भरा। - इश्क़ शायरी