रश्के-क़मर होता – फनी शायरी
काश हमारा भी कोई रश्के-क़मर होता,
हम भी नजर मिलाते हमें भी मज़ा आता।- फनी शायरी
By Admin
May 4, 2020
काश हमारा भी कोई रश्के-क़मर होता,
हम भी नजर मिलाते हमें भी मज़ा आता।- फनी शायरी
इस क़दर था खटमलों का चारपाई में हुजूम,वस्ल का दिल से मेरे अरमान रुख़्सत हो गया। - फनी शायरी
ये जो हसीनों के लंबे लंबे बाल होते हैं,बस लड़कों को फंसाने का जाल होते हैं,ना जाने कितनों का खून पिया होगा इन्होने,इसलिए तो इनके होंठ लाल होते हैं। - फनी शायरी
तुम्हें क्या पता गम क्या होता है,तुम्हें क्या पता गम किसे कहते हैं,तुम्हें क्या पता गम क्या चीज है,क्यूंकि - तुमने तो हमेशा थूक से चिपकाया है! फनी शायरी
ऐसी अपनी वाईफ हो( श्याम मेहर सगोरिया द्वारा दिनाँक 13-09-2017 को प्रस्तुत )ऐसी अपनी वाईफ हो,जींस जिसकी टाईट हो,चेहरा जिसका व्हाईट हो,बालों में स्टाईल हो,होंठों पर स्माइल हो,इंडिया कि पैदाईश हो,सास की सेवा जिसकी ख्वाहिश...
ये बारिश का मौसम बहुत तड़पाता है,वो बस मुझे ही दिल से चाहता है,लेकिन वो मिलने आए भी तो कैसे...?उसके पास न रेनकोट है और ना छाता है। - फनी शायरी