वतन की मोहब्बत – देशभक्ति शायरी – देशभक्ति शायरी
वतन की मोहब्बत
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब
पूछ के की नहीं जाती।- देशभक्ति शायरी
By Admin
February 27, 2022
वतन की मोहब्बत
( एडमिन द्वारा दिनाँक 28-12-2018 को प्रस्तुत )
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब
पूछ के की नहीं जाती।- देशभक्ति शायरी
जहाँ पक्षपात के फैले जाल होते हैं,वहाँ हुनरमंदों के सपने बेहाल होते हैं,वो मुल्क़ कभी तरक्की नहीं कर सकता,जहाँ के वज़ीर ही दलाल होते हैं। - देशभक्ति शायरी
जिस बात को मुफ़ीद समझते हो ख़ुद करो,औरों पे उसका बार न इसरार से धरो,हालात मुख़्तलिफ़ हैं, ज़रा सोच लो यह बात,दुश्मन तो चाहते हैं कि आपस में लड़ मरो। - देशभक्ति शायरी
लहू शहीदों का( नीरज राज द्वारा दिनाँक 31-01-2019 को प्रस्तुत )करीब मुल्क के आओ तो कोई बात बने,बुझी मशाल को जलाओ तो कोई बात बने,सूख गया है जो लहू शहीदों का,उसमें अपना लहू मिलाओ तो...
बच्चे बच्चे के दिल में कोई अरमान निकलेगा,किसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,मगर उनके दिल को चीर के देखा जाए, तो उसमें हमारा प्यारा हिन्दुस्तान निकलेगा। देशभक्ति शायरी
सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा,कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा,दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की,तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा। - देशभक्ति शायरी
करीब मुल्क के आओ तो कोई बात बने,बुझी मशाल को जलाओ तो कोई बात बने,सूख गया है जो लहू शहीदों का,उसमें अपना लहू मिलाओ तो कोई बात बने। - देशभक्ति शायरी