समंदर के बीच क्यों फरेब -सैड शायरी
पल पल उसका साथ निभाते हम,एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम,समंदर के बीच में पहुँच क्यों फरेब किया उसने,वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
सैड शायरी
By Admin
October 31, 2021
पल पल उसका साथ निभाते हम,एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम,समंदर के बीच में पहुँच क्यों फरेब किया उसने,वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
सैड शायरी
परछाइयों के शहर की( मनोज सिंह द्वारा दिनाँक 19-02-2015 को प्रस्तुत )परछाइयों के शहर की तन्हाईयाँ ना पूछ;अपना शरीक-ए-ग़म कोई अपने सिवा ना था।~ मुमताज़ राशिद - सैड शायरी
दुनिया में कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,फिर ऐतबार को ही आग लगा देते हैं लोग। - सैड शायरी
दुनिया ने हम पे( एडमिन द्वारा दिनाँक 30-06-2017 को प्रस्तुत )दुनिया ने हम पे जब कोई इल्जाम रख दिया,हमने मुकाबिल उसके तेरा नाम रख दिया,इक ख़ास हद पे आ गई जब तेरी बेरुखी,नाम उसका हमने...
जब तुम साथ थे तो सबकुछ साथ था मेरे,बाद तेरे तो हम खुद के भी ना हो पाए। सैड शायरी
तड़पे हैं सारी रात( विशाल बाबू द्वारा दिनाँक 14-03-2018 को प्रस्तुत )अजब मुकाम से गुजरा है रास्ता दिल का,न आज की खबर है न पता है कल का।बेनूर सी आँखों में उनकी हसरत के सिवा,और...
मुद्दत हुई है बिछड़े हुए अपने-आप से,देखा जो आज तुमको तो हम याद आ गए। सैड शायरी