सादगी पर दोस्ती शायरी
( प्रीत द्वारा दिनाँक 14-12-2015 को प्रस्तुत )
सादगी अगर हो लफ्जो में यकीन मानो,प्यार बेपनाह,और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं ।
– दोस्ती शायरी
सादगी पर दोस्ती शायरी
( प्रीत द्वारा दिनाँक 14-12-2015 को प्रस्तुत )
सादगी अगर हो लफ्जो में यकीन मानो,प्यार बेपनाह,और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं ।
– दोस्ती शायरी
मुस्कराहट मोल नहीं
( एडमिन द्वारा दिनाँक 21-10-2015 को प्रस्तुत )
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर लेकिन,हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता।
– दोस्ती शायरी
दोस्ती की खातिर
( एडमिन द्वारा दिनाँक 10-10-2015 को प्रस्तुत )
अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं,दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं,हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी,अगर दोस्त कहे यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
– दोस्ती शायरी
हमारी सच्चाई हमारी दोस्ती
( एडमिन द्वारा दिनाँक 10-10-2015 को प्रस्तुत )
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं,पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं,हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है,कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं।
– दोस्ती शायरी