ख़्वाहिशों का झगड़ा शायरी
( प्रीत द्वारा दिनाँक 14-12-2015 को प्रस्तुत )
ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का हैना तो किसी को गम चाहिए…ना ही किसी को कम चाहिए।
– दो लाइन शायरी
ख़्वाहिशों का झगड़ा शायरी
( प्रीत द्वारा दिनाँक 14-12-2015 को प्रस्तुत )
ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का हैना तो किसी को गम चाहिए…ना ही किसी को कम चाहिए।
– दो लाइन शायरी
यकीन और फरेब शायरी
( एडमिन द्वारा दिनाँक 15-12-2015 को प्रस्तुत )
यकीन नहीं होता फिर भी कर ही लेता हूँ,जहाँ इतने हुए एक और फरेब हो जाने दो ।
– दो लाइन शायरी
बाजारे मोहब्बत में
( प्रीत द्वारा दिनाँक 16-12-2015 को प्रस्तुत )
न मेरा नाम था न दाम थाबाजारे मोहब्बत में,तुमने भाव पूछकर अनमोल कर दिया।
– दो लाइन शायरी
हर एक शब्द मोहब्बत शायरी
( एडमिन द्वारा दिनाँक 24-12-2015 को प्रस्तुत )
आसान नही है हमसे यूँ शायरिओं में जीत पाना,हम हर एक शब्द मोहब्बत में हार कर लिखते है।
– दो लाइन शायरी